
jailer movie review in hindi | Dhyan Sreenivasan’s bleak film hardly gets anything right

देखो भाई लोग अगर स्क्रीन पर आपको jailer रजनीकांत किसी फ़िल्म में आसा लीड हीरो दिख रहे हैं तो समझ लेना कि वो फ़िल्म आपको इंटरटेन जरूर करेगी और आफ्टर शिवाजी द बॉस रजनीकांत इस बै क्विज़, ऐग्रेसिव ऐंड कॉमिक एक्टिंग बट ओवरऑल मूवी कैसी है आइये बात करते हैं।
यार सबसे पहले तो आई ऐम सो सॉरी की इस मूवी को मैं हिंदी में नहीं देख सका। ओरिजिनल तमिल लैंग्वेज में ही देखनी पड़ी विथ सबटाइटल्स क्योंकि यहाँ जहाँ पर मैं रहता हूँ नागपुर में पता नहीं क्यों हिंदी के शोज़ लगे ही नहीं है या तो बहुत लेट रात को लगे हैं। तमिल के शोज़ ज़्यादा है हिंदी के मुकाबले आई डोंट नो वाइ। इसीलिए शायद तमिल में ही मुझे ये शो देखना पड़ा। बट ओरिजिनल लैंग्वेज में देखने का अपना अलग मज़ा होता है। बट ऑनेस्ट्ली मुझे हिंदी वर्जन में देखना ज्यादा अच्छा लगता, क्योंकि हिंदी मुझे ज्यादा समझ में आती है। सब टाइटल्स पढ़ने में और स्क्रीन में देखने में थोड़ा हो जाता है।
बट मैं ट्राई करूँगा कि मैं इसे हिंदी में एक बार फिर से देखो। बात अगर स्टोरी की करें तो इट हैज़ा स्टोरी ऑफ फादर ऐंड सन रिलेशन। वैसे इतने में जो भी मूवीज़ आ रही है वो फादर सन रिलेशन पर ही बेस्ट है। ओमी गॉड टू भी और गदर टू भी। और इस मूवी में रजनीकांत एक रिटाइर्ड जेलर हैं जिनका बेटा असिस्टेंट कमिश्नर है जो एक अचानक गायब हो जाता है और उसे ढूंढने निकलते है। उसके पिता प्लेट बी थलाइवर रजनीकांत अब वो क्यों मिसिंग है? और एक ज्वेलर बाप अपने बेटे को कैसे कैसे जुगाड़ करके ढूँढता है?
वो इस फ़िल्म की कहानी है जिसे आप शुर शॉट इस फ़िल्म में एन्जॉय जरूर करोगे। वैसे फ़िल्म 2:50 की है जिसमें अगर फर्स्ट हाफ एंड सेकंड हाफ देखें तो फर्स्ट हाफ जहाँ आपको काफी एन्गेजिंग ऐन्सर टेनिंग लगेगा। वहीं सेकंड हाफ थोड़ा अपने प्लॉट से भटकता हुआ भी नजर आता है। सेकंड हाफ में लगने लगेगा की यार इन सब की क्या ही जरूरत थी। थोड़ा वेस्टेड सा फील होने लगेगा। बट थोड़ी ही देर बाद स्टोरी वापस अपने ट्रैक पर आ भी जायगी। सेकंड हाफ में ही मोहन लाल, जैकी श्रॉफ और तमन्ना की भी एंट्री होती है और रजनीकांत के अलावा जीतने भी बड़े बड़े ऐक्टर्स हैं। उनका बस कुछ एक मिनटों का है ऐंड तमन्ना को छोड़ दिया जाए तो सभी बेस्ट है। उनके होने से स्टोरी भी थोड़ी मीनिंगफुल हो जाती है।
आपको सबसे ज्यादा मज़ा आएगा सेकंड हाफ में एक बैकस्टोरी है पांच से छे मिनिट की जहाँ रजनीकांत ऐसा जेलर दिखाए गए हैं ऐंड माइंड इट ही वास् लुकिंग स्टनिंग इन दैट जेलर वाला अवतार। वैसे गाने भी इस फ़िल्म में अच्छे खासे हैं। ऐक्चूअली गानों को ज्यादा टाइम के लिए यूज़ नहीं किया गया है। थोड़ी देर के लिए आते हैं, चले जाते हैं। ओवरऑल फ़िल्म के डायलॉग्स को थोड़ा कॉमिक रखा गया है ऐंड सिचुएशनल कॉमेडी आपको फर्स्ट हाफ में ज्यादा देखने को मिलेंगी और सेकंड हाफ में ज्यादा ऐक्शन मिलेगा, जिससे एन्टरटेनमेन्ट आपका होता रहेगा। ऐंड रजनीकांत का स्वागत तो है ही स्क्रीन पर आंखें जमाने के लिए तो हाँ ये मूवी गदर टू और ओमी गॉड टू को कड़ी टक्कर देने वाली है ऐंड कहीं ना कहीं गदर टू और उमा गॉड टू के चक्कर में ही मुझे लग रहा है की नॉर्थ में इसके हिंदी शूज़ बहुत कम लगाए जा रहे हैं ताकि ऑडियंस जो हैं उनका झुकाव जेलर से ज्यादा बॉलीवुड मूवीज़ पे हो एनीवेस जेलर, इस शोर्ट शोर्ट एंटरटेनर विथ सम फ्लॉस।
इन सेकंड हाफ हाफ मूवी को यू एस सर्टिफिकेशन मिला है। खून खराबा काफी ब्रूटल दिखाया गया है। मुंडी धड़ से अलग कर देना एंड ऑल मतलब उससे भी ज्यादा है, सो पैरेंटल गाईडेंस की जरूरत तो पड़ेगी ही। बच्चे ना ही देखें तो बेहतर होगा। सो ओवरऑल देखते हुए मेरी तरफ से इस फ़िल्म को थ्री आउट ऑफ फाइव स्टार्स मिलते है।
Directed by | Nelson Dilipkumar |
Written by | Nelson Dilipkumar |
Starring | Rajinikanth,Vinayakan Ramya, Krishnan Vasanth,Ravi Cinematography,Vijay Kartik Kannan |
Release date | 10 August 2023 |
Running time | 168 minutes |
Country | India |
Language | Tamil |
Budget est. | ₹200–240 crore |